जिंदगी हर दिन हमें कुछ न कुछ नया सिखाती रहती है, जो इंसान ज़िंदगी की सीख को स्वीकारते हुए आगे बढ़ता जाता है वक्त के साथ-साथ वो और मैच्योर व समझदार हो जाता है। ऐसे लोग अपने आसपास के अन्य लोगों से अलग होते हैं। ज़िंदगी के प्रति इनका नज़रिया भी अलग होता है। चलिए आपको बताते हैं समझदार व मेच्योर लोगों की 8 खास बातें।
1. ऐसे लोग नॉर्मल लाइफ को बोरिंग मानते हैं
रोजाना 9 से 5 की नौकरी करके घर आना और कुछ देर टीवी देखकर खाना खाकर सो जाना, ऐसी रूटीन लाइफ इन लोगों के लिए बोरिंग होती है। इन्हें पता है कि जीवन एक बार ही मिला है और ये बहुत अनमोल हैं। नौकरी और सोने के अलावा भी ज़िंदगी में बहुत कुछ करना है, ऐसे लोग पूरी ज़िंदादिली से ज़िंदगी जीते हैं।
2. उम्र से ज़्यादा समझदार होते हैं
ऐसे लोग अपनी उम्र से ज़्यादा समझदार होते हैं, क्योंकि अपने बीते हुए यानी पुराने अनुभवों से सीखते हैं। अपनी हर गलत और अच्छी बातों से सीख लेने के कारण ही ये कम उम्र में ज़्यादा समझदार बन जाते हैं।
3. ऐसे लोग हर बात में मतलब ढूंढ़ लेते हैं
कोई भी बात बिना मतलब के नहीं होती है। यदि ऐसे लोगों को कहीं 11:11 यानी एक जैसे ही नंबर दिखे तो बाकि लोगों की तरह इसे नज़रअंदाज़ करके वो आगे नहीं बढ़ते, बल्कि इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश करते हैं। इन्हें पता होता है कि बिना मतलब के कोई चीज़ नहीं होती, उसका कोई न कोई कारण ज़रूर होता है।
4. अंतरंगता से ज़्यादा ज़रूरी है नज़दीकी
कपल के रिश्तों को मज़बूत बनाने के लिए उनके बीच हेल्दी सेक्सुअल रिलेशन होना ज़रूरी होता है ये बात तो आप सुनते आए होंगे, लेकिन ऐसे लोगों को पता होता है कि मज़बूत रिश्ते के लिए सेक्स से ज़्यादा ज़रूरी है पार्टनर से नज़दीकी। दोनों एक दूसरे के जितने करीब रहेंगे उनका रिश्ता उतना ही मज़बूत बनेगा।
5. हर कोई सलाह देने आता है
ऐसे लोगों से जब भी कोई मिलता है तो उनपर विश्वास करने लगता है और ऐसे मेच्योर लोगों से वो सलाह लेने लगते हैं। इनसे मिलते ही लोग एनर्जेटिक महसूस करने लगते हैं।
6. जानवरों से लगाव
ऐसे लोग मानते हैं कि जानवरो को भी इंसानों की तरह ही जीने का हक है। ऐसे लोग इसलिए वेजीटेरियन ही रहते हैं, क्योंकि इनका मानना है कि जब भी जानवरों को मारा जाता है तो इससे स्ट्रेस हार्मोन रिलीज़ होता है और जो लोग मीट के रूप में इसे खाते हैं बाद मे ये उनतक पहुंचता है।
7. ऐसे लोग खुद को क्रिएटर मानते हैं
समाज ने हमारे लिए क्या किया और क्या करने वाला है जैसी बातें इनके लिए मायन नहीं रखती। ये खुद को क्रिएटर यानी रचियता मानते हैं ये अपनी ज़िंदगी को अपने तरीक़े से संवारते हैं।
8. ट्रैवलिंग बहुत पसंद होती है
ऐसे लोगों को नई-नई जगहों की सैर और नई-नई चीज़ों को खोजना पसंद होता हैहर जगह घूमकर ये वहां से कुछ न कुछ सीखते रहते हैं।
9. ये मरने से नहीं डरते
मृत्यु की सच्चाई से ऐसे लोग वाकिफ होते हैं, इन्हें पता है कि जो आया उसे एक दिन जो जाना ही है, इसलिए ये मरने से नहीं डरते।