कोलकाता यानी सिटी ऑफ जॉय। कभी देश की राजधानी रहे इस शहर को पिछले कुछ दशकों में मरता हुआ शहर कहा गया। और न जाने किन-किन विशेषणों से इसे नवाजा गया। हालांकि, हमारी राय थोड़ी अलग है। हम मानते हैं कि कोलकाता दुनिया के तमाम विशिष्ट शहरों का सिरमौर है। सांस्कृतिक विशिष्टता की एक बड़ी विरासत को ढो रहा कोलकाता शहर दरअसल एक नोस्टेलजिया है।
1. आपकी उम्र भले ही 15 की हो या 55 की, लोग आपको दीदी ही बुलाएंगे।
2. दशकों बीत गए, लेकिन न्यू मार्केट अब भी न्यू मार्केट है।
3. कॉलेज स्ट्रीट में अगर आपको किताब नहीं मिली, तो फिर समझिए कि वह किताब दुनिया में कहीं नहीं मिलेगी।
4. बस स्टॉप खोज रहे हैं? ठहरिए। बस को हाथ दिखाने की देर है। यह रुक जाएगी।
5. बस में भले ही कितनी भी भीड़ हो। कंडक्टर कहेगा- दादा एकटु चेपे। मतलब कि हर आदमी के लिए जगह है।
6. यहां का टैक्सी मीटर टैक्सी से तेज चलता है।
7. अगर आपकी शादी नहीं हुई है तो विक्टोरिया जाइए।
8. अगर शादी हो गई है तो फिर साउथ सिटी मॉल।
9. भाई, यह टॉलीगंज है, टालीगंज नहीं।
10. बंद अब कम ही होते हैं, इसलिए परिवार को लोग कम ही कम वक्त दे पाते हैं।
11. कोलकाता की लड़की से डेट करना चाहते हैं? एकबार पूछ कर देखिए- फुचका खाबे?
12. यह भले ही जितना भी तीखा हो, लड़कियां कहेंगी- आर एकटु झाल दाओ तो।
13. नवंबर महीने के पहले सप्ताह में ही आपको लोग मंकी कैप में दिखने लगेंगे।
इस शहर को समझने में एक पीढ़ी का वक्त चाहिए, फिर भी हमने एक छोटी सी कोशिश की है। आप अपनी प्रतिक्रिया कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से दे सकते हैं।