अगर आप सार्वजनिक और व्यक्तिगत जीवन में उदारता दिखाते हैं तो आप खुश रह सकते हैं। यह बात एक वैज्ञानिक शोध में निकलकर सामने आई है।
स्विट्जरलैंड स्थित ‘यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिख’ के शोधकर्ताओं का कहना है कि उदार या दयालु होने की वजह से हमारे मस्तिष्क में अभूतपूर्व बदलाव होता है जिससे हम सुख की अनुभूति करते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक, ऐसे लोग जो समाज के अन्य लोगों का ख्याल रखते हैं वे आत्मकेन्द्रित लोगों की तुलना में अधिक खुश होते हैं। आत्मकेन्द्रित उन लोगों को कहा जा सकता है जो सिर्फ अपनी जरूरतों और अपनी प्रगति पर ही ध्यान केन्द्रित रखते हैं।
यह अध्ययन ‘नेचर कम्यूनिकेशंस’ नाम की पत्रिका में छपा है।
‘यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिख’ के फिलिप टॉबलर ने कहाः
“थोड़ा अधिक उदार बनकर खुशी हासिल की जा सकती है। इस प्रयोग में भाग लेने वाले लोगों को दूसरों से ज्यादा उदारता से व्यवहार करने के लिए कहा गया, जिसमें पाया गया कि ये लोग अन्य से बेहतर और खुश महसूस कर रहे हैं।”
शोध में हालांकि इस बात का उल्लेख है कि उदारता का यह पैमाना संतुष्टि में वृद्धि को प्रभावित नहीं करता है।