हज़ारों देवी-देवताओं की जन्मस्थली माने जाने वाले भारत में हर जगह और हर मंदिर से जुड़ा कोई न कोई चमत्कार या ऐसी अनोखी बात ज़रूर होती है जो लोगों को आकर्षित करती है। विविधताओं वाले इस देश में हर पल, हर घड़ी कुछ न कुछ अनोखा होता ही रहता है। खासतौर पर देवी-देवताओं और मंदिर को लेकर यहां सैकड़ों कहानियां है। इन्हें में से एक दिलचस्प किस्सा जुड़ा है मध्यप्रदेश के हनुमान मंदिर का।
मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के बोलाई गांव के श्रीसिद्ववीर खेड़ापति हनुमान मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर में पता नहीं क्या शक्ति है कि मंदिर के सामने से गुज़रने वाली ट्रेन की गति अपने आप धीमी हो जाती है।
आपको ये बात सुनने में अजीब ज़रूर लगी होगी, मगर ये सच है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, उन्होंने खुद अपनी आंखों से कई बार ऐसा होते देखा है।
माना जाता है कि ये मंदिर 600 साल पुराना है और पर्यटकों के बीच आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। यहां हनुमान जी की मूर्ती के दाहिनी तरफ गणेश जी की मूर्ती रखी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि दो भगवान की मूर्ती एक ही स्थान पर रखने की वजह से यह चमत्कार होता है।
ऐसी मान्यता है कि बजरंगबली यहां आने वाले सभी भक्तों की मुरादें पूरी करते हैं, इतना ही नहीं कहा जाता है कि यहां आने वाले लोगों को अपने भविष्य में होने वाली चीज़ों का भी आभास हो जाता है।
कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने मंदिर में कई चमत्कार होते देखे हैं और उनमें से सबसे बड़ा चमत्कार है ट्रेन का रुकना। मंदिर के पास से गुजरने वाली ट्रेनें अपने आप धीमी हो जाती हैं जैसे ही वे मंदिर के पास पहुंचती हैं।
मंदिर के पुजारी के मुताबिक, ट्रेन के लोको पायलट का कहना है कि उसे ऐसा महसूस होता कि कोई उसे ट्रेन की स्पीड कम करने के लिए कह रहा है, जैसे ही वह मंदिर के पास से गुज़रती है। यदि ड्राइवर उस अदृश्य आवाज़ या शक्ति को अनदेखा करके ट्रेन की स्पीड कम नहीं करता है तो फिर अपने आप ही ट्रेन धीमी हो जाती है।
आज के दौर में भले ही मॉर्डन लोगों को ऐसी बातों पर विश्वास न हो, मगर भगवान पर आस्था रखने वाले लोग इस अनोखे चमत्कार को ज़रूर मानते हैं।